खून की कमी के लक्षण, खून की कमी होने के कारण, एनीमिया का इलाज / Anemia symptoms and treatment

 हम इस भागदौड़ भरी लाईफ मे अपने स्वास्थ की और ध्यान कम दे पाते है जिसकी वजह से हमें कई बीमारियों का सामना करना पडता है। उन्ही बीमारियों मे से एक है शरीर मे खून की कमी होना जिसे एनीमिया कहा जाता है। यह बहुत हि साधारण समस्या है क्योंकि एनीमिया हर 10 व्यक्तियों मे से 3 व्यक्तियों को होता है। एनीमिया के कारण शरीर मे तेज दिल कि धडकन, थकान, त्वया और आँखो मे पीला पन, चक्कर आना आदि  जैसे लक्षण दिखायी देते है यदि इसका इलाज सही समय पर न किया जाये तो यह बीमारी गंभीर रूप भी ले सकती है।

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Who के अनुसार महिलाओं मे 12 से 14 ग्राम हिमोग्लोबिन और पुरुषो मे 14 से 16 ग्राम हिमोग्लोबिन सामान्य माना गया है और यदि हिमोग्लोबिन की मात्रा इससे कम हो जाये तो इस समस्या को एनीमिया कहा जाता है।

आयरन हमारे शरीर मे हिमोग्लोबिन बनाता है और हिमोग्लोबिन सभी अंगो मे ऑक्सीजन पहुँचाता है। जब हमारे शरीर मे विटामिन B12, आयरन और फॉलिक एसिड की कमी हो जाती है तो इस वजह से हिमोग्लोबिन बनना कम हो जाता है और हमारे शरीर मे खून कि कमी हो जाती है और यदि महिलाओं मे हिमोग्लोबिन 7 ग्राम से कम हो जाये तो रूधिर भी चढाना पड सकता है। असल मे जब हिमोग्लोबिन 9 या 8 ग्राम से कम हो  जाता है तब हमें इसके लक्षण दिखायी देने लगते है इसीलिए जरूरी है कि हमें एनीमिया  के लक्षणों के बारे मे पुरी जानकारी हो जिससे हम इसका सही समय पर इलाज कर सकें।

एनीमिया के लक्ष्णः- एनीमिया का सबसे सामान्य लक्षण थकान होना है ऑक्सीजन की कमी के कारण थकान, कमजोरी या चक्कर आना जैसी समस्याए हो सकती है इसके अलावा चिडचिडा पन और सरदर्द भी हो सकता है और त्वचा मे और  आँखो मे हल्का पीलापन दिखायी दे सकता है साथ हि हिमोग्लोबिन की कमी से दिल  की धडकन भी बढ सकती है और गंभीर स्थती मे हृदय घात भी आ सकता है। अलग अलग एनीमिया के अलग अलग लक्षण दिखायी देते है।

एनीमिया के कारणः- आयरन की कमी कि वजह से हमारे शरीर मे आर.बी. सी कम बनता है और हमें खून की कमी हो सकती है। विटामिन और फॉलिक एसिड की कमी के कारण भी एनीमिया हो सकता है। दरअसल मे विटामिन बी12 और फॉलिक एसिड आर.बी.सी को बनाने के लिए जरूरी है और यदि हमारे शरीर मे इन पोषक तत्व की कमी हो जाये तो एनीमिया हो सकता है इसके अलावा लम्बे समय से चल रही बीमारी जैसे अस्थि मज्जा रोग, कैंसर या मलेरिया हो तो भी एनीमिया हो सकता है और थेलिसिमया के कारण भी एनीमिया हो सकता है। एनीमिया का इलाज इस बात पर निर्भर करता है कि किस कारण से हुयी है।

एनीमिया का इलाजः- 

दुबा घास (Wheat Grass) का जूसः- हमें एनीमिया से बचने के लिए दुबा घास के जूस का सेवन करना चाहिए। इस घास को Green Blood के नाम से भी जाना जाता है। यह एनिमिया से बचाव के लिए तो रामबाण इलाज है। असल मे Wheat Grass  मे भरपुर मात्रा मे पोषक तत्व होते है जो खून की कमी को दूर करता है तो रोजाना सुबह खाली पेठ आधा ग्लास दुबा घास का जूस जरूर ले आप चाहे तो इसमे कोई फल भी मिला सकते है।

चकुंदर (Beetroot) का सेवनः- आयुर्वेद के अनुसार  चकुंदर आयरन का सबसे अच्छा स्त्रोत माना गया है साथ हि इसमें विटामिन सी और फॉलिक एसिड भी होता है तो रोजाना एक ग्लास चकुंदर के जूस  का सवन करें। आप चकुंदर के साथ गाजर मिलाकर भी जूस पी सकते है और  इस जूस मे आप आधा चम्मच नींबू का रस मिलाये जिससे आयरन आपके शरीर मे अच्छे से अवशोषित हो सकें। इसके साथ-साथ आप अनार का सेवन भी कर सकते है क्योंकि अनार के सेवन  से एनीमिया दुर किया जा सकता है। अनार मे आयरन पाया जाता है जो हिमोग्लोबिन  को बढाता है।

हरी पत्तेदार सब्जीः- कई रिसर्च मे पाया गया है कि हरी पत्तेदार सब्जिया जैसे- मैथी, पालक, चौलाई, सरसो का साग और भतुआ मे भरपुर मात्रा मे आयरन होता है इसके अलावा ब्रोकली मे भी विटामिन और फॉलिक  एसिड अच्छी मात्रा मे पाया जाता है इसीलिए इन्हे अपने आहार मे जरूर शामिल करें।

सुखे मेवे (Dry Fruit)- सुखे मेवे पेषक तत्व का भण्डार है और यह हमारी पाचन शक्ति को भी बढाता है जिससे थकावट भी कम होती है। इनमें भी आयरन की मात्रा भरपुर होती है। खास तौर पर खजूर और किशमिश का सेवन जरूर करें, इसके अलावा ज्यादातर लोग खाना खाने के बाद मीठा खाना पसंद करते है तो आप मिठाई कि जगह गुड का सेवन करें क्योंकि गुड मे भरपुर मात्रा मे आयरन होता है जो खून की कमी को दू करता है।

नोटः- डॉक्टर के सुझाव से  Routine Test जरूर करायें जो Complete Blood Count  बताता है तो हर 6 महिने मे आपना CBC Test जरूर करायें और घरेलु  उपचार के साथ-साथ डॉक्टर के द्वारा दि गयी दवाईया और इंंजेक्शन भी जरूर ले और आप खाना हमेशा लोहे के बर्तन  मे हि पकाये, क्योंकि अमेरिका मे हुई रिसर्च मे पाया गया है कि जब लोहे के बर्तन मे खाना बनाया जाता है तो खाने मे भरपुर मात्रा मे आयरन होता है इसके अलावा  चाय और कॉफी का सेवन न करें क्योंकि यह हमारे शरीर मे आयरन को अवशोषित होने से रोकता है और इसके साथ-साथ धुम्रपान से भी दुर रहे। खाना खाने के बाद संतरे का जूस, आंवला या नींबू पानी का सेवन करें क्योंकि इसमें विटामिन सी होता है जो आयरन को अवशोषित करने के लिए बहुत जरूरी होता है।